Sudhir Kumar
Yes Varanasi
Sudhir Kumar
न पूछो!? प्यार की हमने वो हक़ीक़त देखी! वफ़ा के नाम पे ..बिकती हुई उल्फ़त देखी!! किसी ने लूट लिया.. और हमें ख़बर न हुई!! खुली जो आँख तो.. बर्बाद मुहब्बत देखी!! सब कुछ लुटा के... होश में आए तो क्या किया!!! दिन में अगर चराग़ जलाए ..तो क्या किया!!! मैं वो कली हूँ जो न ..बहारों में खिल सकी!! वो दिल हूँ जिसको... प्यार की मंज़िल न मिल सकी!!! पत्थर पे हमने फूल चढ़ाए ..तो क्या किया!!! जो मिल न सका प्यार. ग़म की शाम तो मिले!! इक बेवफ़ा से प्यार का ...अंजाम तो मिले!! ऐ मौत जल्द आ !!!ज़रा आराम तो मिले!!! दो दिन ख़ुशी के ...देख न पाए तो क्या किया!!
Sudhir Kumar