Sudhir Kumar
[“इस संसार में मित्रता शुद्धतम् प्रेम हैं, मित्रता प्रेम का सर्वोच्च रूप हैं जहां कुछ भी मांगा नहीं जाता, कोई शर्त नहीं होती, जहां बस दिया जाता हैं ।” “गुरू हमेशा एक मित्र होता हैं लेकिन उसकी मित्रता में बिल्कुल अलग सी सुगंध होती हैं । इसमें मित्रता कम मित्रत्व अधिक होता हैं । करुणा इसका आंतरिक हिस्सा होती हैं । वह तुम्हें प्रेम करता हैं क्योंकि और कुछ वह कर नहीं सकता। वह अपने अनुभव तुम्हारे साथ बांटता हैं क्योंकि वह देख पाता हैं की तुम उसे खोज रहे हो, तुम उसके लिये प्यासे हो। वह अपने शुद्ध जल के झरने तुम्हारे लिये उपलब्ध करवाता हैं । वह आनंदित होता हैं और अनुग्रहीत होता हैं यदि तुम उसके प्रेम के, मित्रता के, सत्य के उपहार स्वीकार करते हो।” मित्रता दिवस के अवसर पर सभी हैलो मित्रों को मेरा प्रणाम। सभी मित्र खुश रहें, सभी तरक्की करें । आप सभी को मित्रता दिवस की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं ।। #मित्रता_दिवस #Friendship Day 2♥19😘 #दोस्ती और दुआ #friendshipday #
Sudhir Kumar
सिकुडन कहीं भले आ जाऐ, मन में सिकुडन नहीं आने दें। गलत विचार न पनपें अंन्दर, अंतर्मन में उलझन न आने दें। निर्मल होए अंतर्मन अपना, नहीं वैरभाव की सिलवट हो। रहें प्रेमभाव से मिलजुलकर, नहीं रागद्वेष और खटपट हो। अंतरतम में सभी झांक लें। क्षणभंगुरता सभी भांप लें। अंतर्मन में उजियारा पहुंचे, सिलवट क्यों मन आंक लें। अंतर्द्वंद यदि मनमंदिर में तो, मनकी सिकुडन जा न पाऐ। रखें पवित्रता अगर हृदय में, नहीं अंतर्मन सिलवट आऐ। 💲💲.. . . .🍁🍁sudhir Kumar
Sudhir Kumar