Sudhir Kumar
सरलसंस्कृतशिक्षणम्********** चिन्ता मास्तु । = Dont worry. कृपया । = Please. पुनः मिलामः । = Let us meet again. अस्तु । = All right./O.K. श्रीमन् । = Sir. मान्ये/आर्ये । = Lady. साधु साधु/समीचीनम् । = Very good. शिष्टाचारः ( Common formulas or Good practices) सम्पाद्यताम् हरिः ॐ ! = Hello ! सुप्रभातम् |* = Good morning. नमस्कारः/नमस्ते । = Good afternoon/Good evening. शुभरात्रिः । = Good night. धन्यवादः । = Thank You. स्वागतम् । = Welcome. क्षम्यताम् । = Excuse/Pardon me.
Sudhir Kumar
स्त्री में ऐसा क्या है कि प्रायः बड़े से बड़े विवेकी ज्ञानी भी उससे आकर्षित हो जाते हैं ? #उत्तर - सुनिये, वो '#क्या' क्या है - श्री आद्य शंकराचार्य कहते हैं कि श्री भगवान् तेजस्वियों के भी तेज हैं । प्राणी में जो तेज होता है, वह स्वयं परमात्मा की ही विभूति होता है और ध्यातव्य है कि इस संसार के समस्त उन अतुल्य तेजस्वियों का तेज , जो कि देवत्व से परिपूर्ण थे, वो जब एकत्र हुआ था , तब एक नारी की सृष्टि हुई थी - अतुलं तत्र तत्तेजस् सर्वदेवशरीरजम्। एकस्थं तदभून्नारी व्याप्तलोकत्रयं त्विषा।। यही आद्या नारी परमेश्वरी कहलायी , इस आद्या नारी की कला ही इस संसार की स्त्रियॉ हैं । इसलिये एक स्त्री संसार के बड़े से बड़े तेजस्वियों को भी अपने अस्तित्व के तेज से प्रभावित करती है ! ज्ञानियों के भी चित्त को हरण करने वाली ये स्त्रियों में जो सबके अन्तःकरण को जानने वाली महामाया बसी हैं , वही सबको आकर्षित करती हैं । ज्ञानिनामपि चेतांसि देवी भगवती हि सा। बलादाकृष्य मोहाय महामाया प्रयच्छति ।।
Sudhir Kumar